‘कदे एस पुल ते कदे ओस पुल ते यार मेरा तितलियां वरगा’

जालंधर ( सोजन्य)   जी हां जैसा कि आप हैडलाइन में पढ़ रहे हैं ठीक वैसे ही हालत वेस्ट हलके के विधायक शीतल अंगूरल के दिखाई पड़ रहे हैं। दरअसल 27 मार्च 2024 को अंगूरल ने विधायक पद से इस्तीफा देकर कुछ दिन भाजपा ज्वाइन कर ली थी जबकि इस्तीफा अभी तक मंजूर नहीं किया गया है । सूत्र बताते है कि सुशील रकू एवं शीतल अंगूरल आपस में कट्टर विरोधी हैं के बावजूद सुशील रिंकू के कहने पर अंगूराल ने भाजपा ज्वाइन की थी। अब जबकि कल लोकसभा इलेक्शन की वोटिंग होने के एक दिन बाद ही विधानसभा स्पीकर से आग्रह किया है कि उनके इस्तीफा को मंजूर न किया जाए इस पर स्पीकर द्वारा उन्हें 3 तारीख को चंडीगढ़ बुलाया गया है।

बड़ा सवाल :-  आखिर ऐसी कौन सी मजबूरी थी जिसने उन्हें भाजपा में जाने के लिए मजबूर किया था। यह अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल है।

गौरतलाप है बहुत से सियासी जन भाजपा में किस डर की वजह से भाजपा में शामिल हुए।